मुजफ्फरनगर (नि.स.)। कोरोना महामारी को देखते हुए एसडी पब्लिक स्कूल के छात्रा अर्नव गोयल निवासी गांधी कालोनी ने एक डोर बेल का आविष्कार किया है। इस बेल में मेन गेट पर लगे डोरबेल को छूना नहीं पड़ता 20 से 30 सेंटीमीटर दूर से ही बज जाती है वह बैल आदमी को को कैच कर लेती है और आदमा को को कच कर लेती है और अपने आप बजने लगती है, कोई भी आपके डोर को छू नहीं सकता और कुछ हद तक आप कोरोना से बच सकते हैं। अर्णव गोयल उम्र 13 वर्ष, जो कि एसडी पब्लिक स्कूल में कक्षा 8 का छात्रा है, उसने घर पर बैठे-बैठे कोरोना वायरस के डर के चलते don't touch the bell का निर्माण किया, जिस बैल में सिपर्फबैल के सामने हाथ करने से स्वतः ही घंटी बजने लगेगी। प्रातः जब इस बैल की जानकारी एसडी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमति चंचल सक्सेना को मिली, तो उन्होंने अर्णव व उसके परिजनों को बधाई दी। अर्णव ने बातचीत में बताया कि गत 2 सप्ताह से इस प्रोजेक्ट पर लगा हुआ था, उसने बताया कि उसने इस बैल के निर्माण में वेस्ट सामान का उपयोग किया है। इसी बैल के साथ वो इसमें सेनेटाइजर भी जल्द जोड़ने वाला है, जो घर पर बैल बजायेगा उसकी फुल बॉडी को sanetce हो जाएगी। अर्णव ने बताया कि उसका लक्ष्य इसरो में वैज्ञानिक बनने का है। अर्णव ने बताया कि इस काम में मेरी मम्मी श्रीमति प्रेरणा गोयल यजो की एसडी पब्लिक स्कूल में अध्यापिकाद्ध और पापा सुमित गोयल कंप्यूटर इंस्टीट्यूट का बहुत बड़ा सहयोग रहा है।
छात्र ने किया अविष्कारः बिना हाथ लगाये बजेगी डोरबैल